अहमदाबाद एयर इंडिया क्रैश: एक पल की चूक, 260 ज़िंदगियों का अंत — रिपोर्ट में खुला बड़ा सच!
ये हादसा जिसने भी सुना, दिल हिल गया। 12 जून 2025 को अहमदाबाद से लंदन जा रही Air India की फ्लाइट AI‑171 कुछ ही सेकंड उड़ पाई और फिर… पूरी तबाही।
आज जो रिपोर्ट आई है, उसने सबको और चौंका दिया। हादसे का जो कारण सामने आया है, वो इतना छोटा सा है कि सुनकर गुस्सा भी आता है और डर भी।
क्या हुआ उस दिन?
सुबह-सुबह, रनवे से फ्लाइट टेक-ऑफ करती है। सबकुछ नॉर्मल था — मौसम साफ, पायलट एक्सपीरियंस्ड, टेक्निकल चेक क्लियर।
पर टेक-ऑफ के सिर्फ 32 सेकंड बाद अचानक फ्लाइट के दोनों इंजन बंद हो जाते हैं! मतलब फुल स्पीड से ऊपर जा रहे जहाज़ के थ्रस्ट ही गायब हो गए।
कुछ ही पलों में फ्लाइट B.J. मेडिकल कॉलेज हॉस्टल से जा टकराई। 260 में से 259 लोग इस हादसे में जान गंवा बैठे। एक अकेला पैसेंजर – विश्वास रमेश – किसी चमत्कार से बच गया।
रिपोर्ट में क्या निकला?
आज जो AAIB की शुरुआती रिपोर्ट आई, उसने बताया कि टेक-ऑफ के दौरान ही दोनों इंजन के फ्यूल कंट्रोल स्विच कट-ऑफ मोड में चले गए। यानी पायलट से गलती से या टेक्निकल इश्यू से स्विच बंद हो गए, और इंजन को फ्यूल मिलना बंद हो गया। बाद में स्विच दोबारा “RUN” में लाए गए, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
कॉकपिट की बातचीत – सब कुछ बदलने वाली लाइन
ब्लैक बॉक्स की रिकॉर्डिंग में एक लाइन सुनाई दी, जो सबकुछ कह गई:
“तूने फ्यूल क्यों बंद किया
दूसरे को पायलट कहते है की मैंने नही किया
ये सुनकर रोंगटे खड़े हो जाते हैं। मतलब कुछ ऐसा हुआ जो खुद पायलट्स को भी समझ नहीं आया।
क्या ये मानवीय भूल थी या टेक्निकल प्रॉब्लम? अब यहां दो बड़े शक हैं:
1. मानव गलती (Human Error): टेक-ऑफ के वक्त पायलट्स में से किसी ने गलती से स्विच ऑफ कर दिया?
2. तकनीकी गड़बड़ी: क्या स्विच अपने आप नीचे हो गया? FAA पहले भी Boeing 787 पर इस तरह के “स्विच गार्ड फेल” की चेतावनी दे चुका है।
Boeing ने ये कहा है कि वो जांच में पूरा साथ देगा। DGCA ने भी फ्लाइट के मेंटेनेंस रिकॉर्ड्स, SOPs और स्विच डिज़ाइन की इन्वेस्टिगेशन शुरू कर दी है।
DNA टेस्टिंग और पहचान की जद्दोजहद
हादसे में शव इतने बुरी तरह जले कि पहचान मुश्किल हो गई। 251 लोगों के DNA सैंपल लेकर काम चल रहा है। कई परिवार आज भी अपने अपनों के लिए इंतज़ार कर रहे हैं।
एक और सवाल — क्या पायलट्स ट्रेंड थे?
रिपोर्ट में अभी तक पायलट्स की ट्रेनिंग या SOP में कोई कमी नहीं पाई गई, पर पूरा रिव्यू अभी बाकी है। DGCA ने साफ कहा है कि पूरे Boeing 787 फ्लीट का सेफ्टी ऑडिट किया जाएगा।
अब हमें क्या समझना चाहिए?
बात साफ है — एक छोटा सा स्विच, एक छोटी सी चूक, और 260 ज़िंदगियों का अंत। ये हादसा सिर्फ एक एक्सीडेंट नहीं, बल्कि हमें ये सिखाता है कि टेक्नोलॉजी पर आंख मूंदकर भरोसा करना खतरा है।
अब आगे क्या?
DGCA और Boeing मिलकर जाँच करेंगे कि स्विच कैसे ऑफ हुए
SOP को और टाइट किया जाएगा ताकि इंसानी गलती की गुंजाइश न बचे
और सबसे जरूरी – ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए पायलट्स की ट्रेनिंग को और मजबूत किया जाएगा आखिर में…
ये हादसा सिर्फ एक न्यूज़ नहीं है भाई, ये उन परिवारों के लिए जिंदगीभर का खालीपन है, जिन्होंने अपने अपने को खोया। ये रिपोर्ट एक कदम है सच्चाई की ओर, पर इससे भी ज्यादा – ये एक सबक है।
हम उम्मीद करते हैं कि ये आखिरी बार हो।